जिलाधिकारी महाकुंभ मेला विजय किरण आनंद ने महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) की समाप्ति के बाद आने वाले श्रद्धालुओं को भी सभी संभव सुविधाएं मिलने का भरोसा दिलाया। डीएम मेला ने कहा कि श्रद्धालु जब तक आते रहेंगे, व्यवस्थाएं बनीं रहेंगी। वैसे तो वर्ष पर्यंत सारी व्यवस्थाएं बनी रहेंगी। मेले की स्थापनाओं को हम श्रद्धालुओं की सेवा के लिए दुरुस्त रखेंगे और लगातार इसका अनुश्रवण होगा। सभी कार्यदायी विभाग जो इसमें काम कर रहे हैं, उन सब की निगरानी करके व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराया जाएगा। डीएम महाकुंभ मेला सेक्टर 19 में गंगोली शिवाला मार्ग स्थित महंत नृत्य गोपाल दास के शिविर में स्वच्छता कर्मियों के सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
स्वच्छता कर्मियों को अति शीघ्र मिलेगा योजनाओं का लाभ
यह पूछे जाने पर की संगम क्षेत्र में सरकारी सुविधाएं और व्यवस्थाएं कब तक बहाल रहेगी, जिला अधिकारी मेला का कहना था कि वर्ष पर्यंत हमारी सेवाएं रहती हैं।
महिला सफाई कर्मियों को मां गंगा व यमुना ने दी साड़ियां, पुरुषों को कंबल
महाकुंभ 2025 अपनी अन्य विशेषताओं के साथ ही साफ सफाई के लिए भी जाना जाएगा। स्वच्छ कुंभ के स्लोगन के साथ संपन्न इस महायोजन में सफाई कर्मियों का उनके योगदान के लिए लगातार अभिवादन किया जा रहा है। महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) की समाप्ति के बाद अब इन सफाई कर्मियों की विदाई की जा रही है। इसी क्रम में दिगंबर अखाड़े के महर्षि वाल्मीकि खालसा के श्रीमहंत नृत्य गोपाल दास के गंगोली शिवाला मार्ग स्थित शिविर में स्वच्छता कर्मियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। इसमें महिला सफाई कर्मियों को दो दो साड़ियां व गिलास व पुरुष सफाई कर्मियों को कंबल वितरित किया गया। इसके साथ ही भोज का भी आयोजन किया गया।
शिविर की व्यवस्था संभाल रहे दिगंबर अखाड़े के महर्षि वाल्मीकि खालसा के श्री महंत रामगोपाल दास के अनुसार एक साड़ी मां गंगा की ओर से जबकि दूसरी साड़ी मां यमुना की ओर से महिला सफाई कर्मियों को दी गई। पुरुष सफाई कर्मियों को एक एक कंबल वितरित किया गया। साथ ही सफाई कर्मियों को विशेष भोज व दक्षिणा देकर सम्मान के साथ उनकी विदाई की गई।
समाज के बेहतर होने में हर किसी को मेहतर होना चाहिए
श्रीमहंत रामगोपाल दास का कहना है कि मेले में जो दिव्यता है, वह सफाई कर्मियों की वजह से है। मुक्तिबोध कहते हैं कि समाज के बेहतर होने में हर किसी को मेहतर होना चाहिए।
कोई खास वर्ग सफाई करें। इस सफाई के बदले उसको असम्मानित होना पड़े तो यह समाज के लिए बहुत ही दुखद है। हम जितना उनकाे सम्मान दें, उनके प्रति हम जितनी कृतज्ञता ज्ञापित करें वह हमारे लिए बेहतर होगा। प्रधानमंत्री के माध्यम से समाज में जागरूकता आई है। लोग डस्टबिन का इस्तेमाल करने लगे हैं। महाकुंभ के माध्यम से एक बहुत बड़ा इतिहास रचा गया है। यह पूरी मानवता के लिए बेमिसाल प्रमाण है।
वाल्मीकि समाज के लिए समर्पित है महर्षि वाल्मीकि खालसा
श्रीमहंत रामगोपाल दास ने बताया कि वह दिगंबर अखाड़े के महर्षि वाल्मीकि खालसा के श्री महंत हैं, जिसे सन्यासी अखाड़े महामंडलेश्वर कहते हैं। इसलिए सफाई कर्मियों की सेवा हमारा धर्म बन जाता है। हमारे गुरुदेव श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष, श्री कृष्ण जन्म संस्थान के अध्यक्ष व श्री मणिराम छावनी के परमाध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास है। उनकी तरफ से हम यहां महर्षि वाल्मीकि खालसा का संचालन करते हैं। इसलिए वाल्मीकि समाज के लिए हमारा विशेष भाव है, लगाव है।
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महाकुंभ 2025 में सहयोगी की भूमिका में रही पुलिस
श्रीमहंत रामगोपाल दास ने महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) के आयोजन में लगे मेला प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों की जमकर तारीफ की। कहा कि महाकुंभ 2025 में अधिकारियों व कर्मचारियों का चयन कॉस्मिक ऑर्डर के माध्यम से हुआ है. प्रकृति ने सब अच्छे लोगों को भेजा है। पुलिस का तो ऐसा चुनाव हुआ कि सब भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं। लोग कह रहे कि क्या यह मेरे ही देश की पुलिस है जो इतना सहयोग कर रही है।
Mahakumbh2025 में लोग आत्मा को स्नान करने आए थे
श्री महंत राम गोपाल दास ने कहा कि महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) में लोग मन, बुद्धि, इन्द्रियां या शरीर को स्नान कराने नहीं आए थे वरन आत्म काे स्नान कराने आए थे। यही वजह रही कि यहां किसी पुलिस वाले को किसी को भी यह कहने की जरूरत नहीं पड़ी कि आप साबुन न लगाएं, शैंपू न लगाएं, सर्फ न लगाएं। लोगों ने आत्मा को स्नान कराया जहां साबुन सर्फ शैंपू का जरूरत नहीं होती है। आत्मा की पवित्रता के लिए लोगों ने गोता लगाया।
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साड़ियां व कंबल पाकर खुश हुए स्वच्छता कर्मी
चित्रकूट की रहने वाली कामना ने बताया कि वह हर मध्य में यहां सफाई कर्मी का काम करने आती है। उसे यहां बहुत अच्छा लगता है। बाकी समय व घर में रहती है।
चित्रकूट से आई घासिया और उसके साथी दो साड़ी दो गिलास पकड़ बहुत खुश थे। कार्यक्रम में उपस्थिति रही बांदा की शांति भी साड़ी पाकर बहुत खुश हुई। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में भी शामिल होकर आई शांति का कहना था कि योगी जी ने जो सफाई कर्मियों को उपहार दिया उससे बहुत खुश है। बांदा की सुषमा भी साड़ी पाकर खुश रही। बांदा की ही रहने वाली नीतू और उसके साथी भी साड़ियां प्रकार बहुत खुश रहे।