Mahakumbh 2025 : कुलकर्णी पर ममता दिखाने पर भड़का संत समाज
किन्नर अखाड़ेे ने ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) को बनाया महामंंडलेश्वर
Mahakumbh 2025 : मशहूर फिल्मी अदाकारा ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) ने वैराग्य की राह पकड़ ली हैं।किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने उन्हें कल विधिवत पट्टाभिषेक करके महामंडलेश्वर की उपाधि दे दी ।अब उन्हें यमाई ममता नंद गिरी के नाम से जाना जायेगा। वैसे किन्नर अखाड़ा द्वारा विवादित अभिनेत्री ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) को ममहामंडलेश्वर जैसी उपाधि देने से संत समाज का एक वर्ग खासा नाराज है.
90 के दशक की सफल अ्भिनेत्री रहीं ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni)
ममता कुलकर्णी का फिल्मी कैरियर बहुत शानदार रहा है। नब्बे के दशक में उन्होंने कई फिल्में कीं जिसमें क्रांतिवीर, तिरंगा,करन अर्जुन, नसीब,घातक,गैंगस्टर,सबसे बड़ा खिलाड़ी, चाइना गेट, आंदोलन, किला आदि प्रमुख हैं। ममता कुलकर्णी ने यद्यपि फिल्मी दुनिया को 2002 में ही अलविदा कह दिया था। उस समय उनकी अंतिम फिल्म कभी तुम कभी हम रिलीज हुई थी। ममता कुलकर्णी करीब 23 साल पहले ही भारत छोड़ कर दुबई में रह रही थी। अब 2005 के महाकुंभ में भारत आकर सीधे किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गईं।
ड्रग रैकेट से दाउद तक ममता कुलकर्णी का विवादों से रहा गहरा नाता
ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) का विवादों से भी बड़ा नाता रहा है।अंडर वर्ल्ड डान छोटा राजन से भी उनका नाम जुड़ा। 2015 में उनपर 2000 करोड़ के ड्रग कॉर्टेल से भी जोड़ा गया जिसमें उनके पति व ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी भी शामिल थे। यद्यपि ममता ने छोटा राजन से किसी भी प्रकार के संबंध से इनकार किया है। यही नहीं वे विक्की गोस्वामी से शादी से भी इंकार करती हैं। पर ये सच है कि विक्की गोस्वामी के साथ संबंधों में वह बहुत दिनों तक रहीं।
पद्मावती से बनी थी ममता
ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) का फिल्मों में आने से पहले पद्मावती नाम था। 52 वर्षीय ममता कुलकर्णी मुंबई के एक मराठी परिवार में जन्मी । इनके पिता मुकुंद कुलकर्णी आर टी ओ विभाग में उच्च पद पर रहे। ममता कुलकर्णी की दो बहनें मौलिना कुलकर्णी व मिथिला कुलकर्णी हैं।
ममता कुलकर्णी ने मुंबई के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट इंटरनेशनल स्कूल से शिक्षा प्राप्त की है। विज्ञापन की दुनिया से फिल्मों में आयी ममता ने अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई। 1993 में एक मैगजीन के पहले पेज पर जब उनकी टॉप लेस फ़ोटो छपी थी। इसने उननकी छवि को बहुत धक्का लगा।अपनी ग्लैमरस व सेक्सी छवि के चलते उन्हें आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा।
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हैदराबाद मेें बना है ममता का मंदिर, मां काली की प्रेरणा से लिया सन्यास
साउथ के हैदराबाद में ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) के प्रसंशकों ने उनका एक मंदिर भी बनाया है। यद्यपि वह उस मंदिर में कभी गयी नहीं हैं। कहती हैं मौका मिला तो जरूर जाऊंगी। ममता कहती हैं कि वह माँ काली के आदेश से संन्यास जीवन स्वीकार किया है।अब जीवन के शेष दिन सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में ही बीतेगा।
ममता को महामंडलेश्वर बनाने पर विवाद
ममता कुलकर्णी के महामंडलेश्वर बनने से यह सवाल भी अब उठने लगा है। संतों का एक वर्ग है जो इससे खासा नाराज है। इनका कहना है कि अखाड़ों में पहले नागा सन्यासी बनाये जाते हैं। इन्ही में से आगे चलकर महंत ,फिर मंडलेश्वर ,फिर महामंडलेश्वर बनते हैं।नागा बनने की प्रक्रिया ही बड़ी जटिल है।5-6वर्ष के कठिन जीवन के बाद ही उन्हें पिंडदान के बाद नागा सन्यासी बनने की अनुमति होती है।पिंडदान के बाद एक सन्यासी का अपने परिवार, रिश्तेदार सभी से कोई रिश्ता नहीं रह जाता है।
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