राहुल गांधी Loksabha Chunav 2024 के पहले से ही तमाम विपक्षी दलों को साथ लेकर पूरी ताकत से जनता को यह समझाने में जुटे रहे कि अडानी अंबानी देश को लूटे पड़े हैं व PM मोदी उनका साथ दे रहे।
2023 में HindenBurg की रिपोर्ट आने के बाद राहुल गांधी के साथ पूरा विपक्ष काफी आक्रामक रहा। यहां तक कि संसद तक ठप कर दी थी। Supreme Court में मुंह की खाने के बावजूद चुनाव प्रचार में Rahul जोरशोर से अंबानी, अडानी का मुद्दा उठाते रहे।
राहुल गांधी कहते हैं कि आप बिजली का स्वीच दबाते हो, खटाक से पैसा अडानी-अंबानी के खाते में चला जाता है। प्रधानमंत्री ने अडानी-अंबानी को पूरा देश बेच दिया है।
खैर तमाम कवायदों के बावजूद राहुल गांधी और विपक्षी दलों के अन्य नेता डेढ़ दो साल का समय बीतने के बावजूद जनता को अपनी बात समझाने में विफल रहे। हालात यह रहे कि जनता ने अडानी अंबानी पर पूरा भरोसा जताया।
लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम जारी होने के पहले ही राहुल गांधी व विपक्षी नेताओं को जनता ने कितनी गंभीरता से लिया है, इस पर अपनी राय दे चुकी है। शेयर बाजार के आंकड़े इसका सबूत हैं।
यह जनता के भरोसे का ही नतीजा रहा कि गौतम अडानी व मुकेश अंबानी के नेटवर्थ में तेजी से इजाफा हुआ है. इस समय गौतम अडानी दुनिया के 12 वें जबकि मुकेश अंबानी 11वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। जनता ने अडानी व अंबानी की कंपनियों में बढ़चढ़ कर पैसा लगाया।
चुनाव के बीच सेंसेक्स ने मई में रिकार्ड ऊंचाई को छुआ। इस दौरान Gautam Adani की सभी कंपनियों में तेजी रही। Rahul Gandhi चिल्लाते रहे, Ambani Adani के शेयरों की कीमतें साल भर में दो गुनी हो गईं।
अडानी पोर्टस के शेयर 734 रुपये से बढ़कर 1443 रुपये के हो गए। अडानी ग्रीन एनर्जी 977 से बढ़कर 1927 रुपये हो गया। अडानी पावर के दाम 256 रुपये से बढ़कर 707 रुपये हो गया। अंबानी के शेयर के दामों में भी इसी तरह खासी तेजी देखी गई।