टखने में दम हो तभी Mahakumbh 2025 में आइए ः UP Police

Mahakumbh 2025 की ट्रैफिक व्यवस्था में आम श्रद्धालु नदारद

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प्रयागराज Mahakumbh 2025 पर सात हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो रहे हैं। केन्द्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार मिल कर पूरे प्रयागराज नगर का कायाकल्प रही है। Mahakumbh 2025 के मद्देनजर नगर की सड़कें चौड़ी करने से लेकर चौक-चौराहों को सजाने संवारने तक के कार्य हो रहे हैं। इन सबके बीच महाकुंभ में आने वाले आम श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं विकसित करने पर किसी का विशेष ध्यान नहीं है। महाकुंभ की व्यवस्था संभाल रही उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा तैयार योजना के अनुसार स्नान पर्वों पर आने वाले श्रद्धालुओं को संगम पहुंचने के लिए दस से 12 किमी पैदल चलना पड़ सकता है।

Mahakumbh 2025 मोदी व योगी का पहला महाकुंभ

Mahakumbh 2025 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। केन्द्र व प्रदेश में भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार आने के बाद यह पहला पूर्ण कुंभ मेला है। ऐसे में विकास के साथ विरासत को समान महत्व देने वाली भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसे श्रेष्ठतम बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। यही वजह है कि उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही प्रयागराज में Mahakumbh 2025 की तैयारियां शुरू हो गईं थीं। इनमें कई बड़े प्रोजेक्ट जैसे रेलवे लाइन का दोहरीकरण, विद्युतीकरण, हवाई अड्डे का विकास व विस्तार आदि शामिल है, को शुरू कर दिया गया था। केन्द्र व प्रदेश सरकार को मिलाकर प्रयागराज Mahakumbh 2025 से जुड़ी परियोजनाओं पर सात हजार करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च की जा रही है।

Modi का vision धरातल पर उतारने में विफल दिख रहे अधिकारी

यह अलग बात है कि उत्तर प्रदेश के पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी प्रधानमंत्री के Vision को  आत्मसात करने व धरातल पर उतारने में कुछ खास सफल नजर नहीं आ रहे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सभी कार्यों के मूल में देश की आम जनता रहती है जिसमें गरीब, मध्यम वर्ग सभी शामिल रहते हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रही महाकुंभ 2025 की तैयारी में यह आम जनता पूरी तरह नदारद नजर आ रही है। प्रयागराज को कुंभ के दौरान रेल व रोड मार्ग से भी बेहतरीन ढंग से जोड़ा जा रहा है। प्रयागराज में 5 स्टार टेंट सिटी बन रही है, प्रयागराज को हवाई मार्ग से देश दुनिया से जोड़ा जा रहा है। हवाई अड्डे पर उतरने वाले यात्रियों को संगम तक जाने के लिए हवाई अड्डे से संगम तक हेलीकॉप्टर सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है पर रेलवे और सड़क मार्ग से आने वाले यात्रियों के लिए संगम तक जाने के लिए ऐसी कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है। प्रयाग के रेलवे स्टेशनों और सीमाओं से संगम तक जाने के लिए इन यात्रियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।

Mahakumbh 2025 में नगर के बाहर बन रहे पार्किंग स्थल 

महाकुंभ 2025 के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा तैयार यातायात योजना के अनुसार सड़क मार्ग से आने वाले यात्रियों के वाहन प्रयाग नगर के बाहर ही रोक दिए जाएंगे। नगर में किसी भी वाहन का प्रवेश निषिद्ध रहेगा। संगम से दस से बीस किमी की दूरी पर इन वाहनों के लिए पार्किंग बनाए जा रहे हैं। प्रयागराज की ओर किसी भी दिशा से आने वाले वाहनों को इन पार्किंग स्थलों तक ही आने की  अनुमति दी जाएगी। मुख्य स्नान पर्वों को छोड़ कर अन्य दिनों में भीड़ की स्थिति को देखते हुए परेड में बने पार्किंग स्थल तक वाहनों को आने दिया जा सकता है।

Mahakumbh 2025 में मुख्य स्नान पर्वों पर नहीं चलेंगे वाहन

प्रदेश सरकार ने महाकुंभ मेले को ध्यान में रखते हुए पांच हजार से अधिक बसों को संचालित करने का दावा किया है। यह बसें प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालुओं को लेकर प्रयाग आएंगी। नगर क्षेत्र में परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करीब दो सौ सिटी बसों का बेड़ा तैनात किया जाएगा, ऐसा दावा किया गया है। इसके साथ ही ई-रिक्शा भी उपलब्ध रहेंगे। ई-रिक्शा के लिए उनके संचालन के लिए निर्धारित क्षेत्र के अनुसार कलर कोड निर्धारित किया गया है।प्रदेश सरकार की यह तैयारियां धरातल पर कितना प्रभावकारी रहेंगी, यह देखने की बात रहेगी। वैसे स्थानीय पुलिस ने पहले से ही नगर वासियों को पर्व और उसके आगे पीछे के दिनों में अपने वाहन न निकालने की हिदायत दे चुकी है। पुलिस के अनुसार इन दिनों में कोई वाहन नगर क्षेत्र मे्ं नहीं चलेंगे। जब कोई वाहन नहीं चलेंगे तो सिटी बस व ई-रिक्शा चलेंगे ऐसा अनुमान लगाना थोड़ा मुश्किल है।

Mahakumbh 2025 में दस से 15 किमी तक पैदल चलना पड़ सकता है

प्रयाग महाकुंभ के लिए सात हजार करोड़ से अधिक का बजट खर्च किया जा रहा है। इसके बावजूद पूरे आयोजन में आम श्रद्धालुओं के लिए कोई सुविधा नहीं है. श्रद्धालुओं को किसी भी दिशा से प्रयागराज में प्रवेश कर संगम तक जाने के लिए दस से 15 किमी तक पैदल जाना पड़ेगा। उप्र पुलिस द्वारा तैयार यातायात व्यवस्था तो यही बता रही है। इसमें वीआइपी को छोड़कर सभी के वाहन  संगम से दस से 15 किमी दूर रोक दिए जाएंगे। वहां से श्रद्धालुओं को पैदल आना पड़ेगा। इसलिए स्पष्ट है कि टखने में दम हो तभी प्रयागराज कुंभ में आइए।

 

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