Mahakumbh2025 : संगम तक पहुंचने में अब भी बाधक बनी है पुलिस
Mahakumbh 2025 : बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम न पहुंच पाने से हैं मायूस
महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) में श्रद्धालुओं का रेला आना जारी है। बीस फरवरी को वैसे अन्य दिनों के मुकाबले भीड़ कुछ कम हुई है। इसके बावजूद पुलिस का रवैया नहीं बदला है। पुलिस के रवैये के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम जाने से वंचित रह जा रहे हैं। दो दो दिन रुकने के बावजूद संगम न पहुंच पाने से श्रद्धालु थोड़ा निराश होकर लौट रहे हैं।
महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025 : जहां जगह मिली, स्नान कर लिया
दिल्ली के धर्मेंद्र कुमार कहते हैं कि वह आए तो त्रिवेणी में डुबकी लगाने के लिए हैं पर संगम में भीड़ को देखते हुए गंगा के जिस घाट पर स्थान मिला वहां उन्होंने स्नान कर लिया। यह पूछे जाने पर कि माघ महीना खत्म हो गया है। इसी के साथ महाकुंभ 2025 खत्म हो गया है, यह आपको पता है, धर्मेंद्र कुमार कहते हैं कि यह कि हमें यह पता है कि महाकुंभ खत्म हो गया है। हमने भीड़ को देखते हुए महाकुंभ के बाद प्रयाग जाने की योजना बनाइ है। हम जितना भीड़ से बचने की कोशिश कर रहे थे, हमें यहां आने पर उतनी ही मिली बल्कि यहां के लोग बता रहे हैं कि महाकुंभ से ज्यादा भीड़ इस समय आ रही है।
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महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) खत्म हो गया, पुण्य लेने आए हैं…
दिल्ली के नारायण गुप्ता कहते हैं कि महाकुंभ (Mahakumbh2025) खत्म हो गया फिर भी पुण्य लेने आ गए हैं। यात्रा में मिले कष्ट के बारे में पूछने पर इनका कहना है कि तीर्थ बिना कष्ट के होता नहीं है। तीर्थ में थोड़ा कष्ट झेलना पड़ता है पर सुकून इसी में मिलता है। यह पूछने पर की दिल्ली में और मौनी अमावस्या पर प्रयाग में भगदड़ में जो मौते हुई उससे आपको डर नहीं लगा, नारायण गुप्ता का कहना था कि मेरी संवेदना मृतकों के साथ हैं पर आस्था अपनी जगह है।
श्रद्धा हो तो 144 वर्ष बाद Mahakumbh2025 का दावा सही
दिल्ली के नारायण गुप्ता कहते हैं कि देखो आस्था से बढ़कर कुछ नहीं होता है। मन को विश्वास है तो यह 144 साल बाद है। मन को विश्वास नहीं है तो सनातन में कुछ भी नहीं है। हमें विश्वास था। इसलिए 144 साल बाद आए महाकुंभ 2025 के इस अवसर को हम छोड़ नहीं सकते थे।
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प्रयाग के साथ काशी और अयोध्या भी जाएंगे पंजाब के श्रद्धालु
लुधियाना पंजाब से 25 श्रद्धालुओं का एक पूरा जत्था महाकुंभ 2025 (Mahakumbh2025) में आया हुआ है। अपनी बस करके आए यह श्रद्धालु दो दिन तक महाकुंभ (Mahakumbh2025) में रुके रहे पर संगम तक नहीं पहुंच पाए।
जत्थे में शामिल भूपेंद्र सिंह और संजू को संगम नहीं पहुंच पाने का अफसोस रहा l सेक्टर 7 में बजरंग दास मार्ग पर मिले पंजाब के इन श्रद्धालुओं का कहना था कि दारागंज में संगम की ओर जाने वाले रास्ते को बंद करके रखा गया है। इसकी वजह से वह संगम नहीं पहुंच पाए। फिर भी प्रयागराज पहुंचकर मां गंगा में डुबकी लगाने का उन्हें काफी संतोष रहा। उनका कहना था कि योगी सरकार ने बहुत अच्छी व्यवस्था बनाई है। संगम का रास्ता अगर बंद नहीं किया होता तो उन्हें और अच्छा लगता। फिलहाल यह सभी श्रद्धालु महाकुंभ (Mahakumbh2025) से निकलकर पहले काशी और फिर अयोध्या दर्शन करने जाएंगे। इसके बाद पंजाब वापस होंगे।
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