Mahakumbh 2025 : नेपाल में ज्योतिषियों का अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होना था। बहुतेरे ज्योतिषी एक दिन पूर्व ही काठमांडू पहुंच चुके थे। अगले दिन नेपाल के प्रधानमंत्री को इस सम्मेलन का उद्घाटन करना था। भारत से गया एक युवा ज्योतिषी इन सबके बीच अपनी गणना में व्यस्त था। युवा ने स्थानीय पत्रकारों से कहा कि नेपाल में अगले दिन सत्ता परिवर्तन हो जाएगा व प्रधानमंत्री इस्तीफा दे देंगे।समाचार प्रकाशित होते ही अगले दिन हंगामा मच गया। 11 बजे प्रधानमंत्री को उद्घाटन के लिए आना था। दस बजे तक इस्तीफे की कोई सूचना नहीं आई।
इधर सम्मेलन स्थल पर युवा ज्योतिषी सबके निशाने पर आ चुका था। अन्य ज्योतिषियों के साथ ही पत्रकार भी युवा पर अब आक्रामक हो रहे थे। मामला गंभीर होता इससे पहले सूचना आ गई कि प्रधानमंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हंगामे के बीच युवा ज्योतिषी ने गिरिजा प्रसाद कोइराला के नया प्रधानमंत्री बनने की भी भविष्यवाणी कर दी। इस घटनाक्रम ने न सिर्फ ज्योतिष को महत्ता दी वरन युवा ज्योतिषी को हीरो बना दिया। यह युवा ज्योतिषी थे स्वामी सहजानंद सरस्वती।

Mahamrityunjay Yantra in Mahakumbh 2025 : महाकुंभ मेले में बना रहे महामृत्युंजय यंत्र
माघ मकर गति रबी जब होईं, तीरथपति आव सब कोई। गोस्वामी तुलसीदास की यह पंक्तियां महाकुंभ में पूरी तरह चरितार्थ हो रही हैं। महाकुंभ नगर में एक से बढ़ कर एक विलक्षण संत, महंत व श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। स्वामी सहजानंद इन्हीं में से एक हैं। उन्होंने फिलहाल छतनाग में एचआरआइ के पहले सेक्टर 17 में शिविर लगाया हुआ है। स्वामी सहजानंद महाकुंभ नगर में विशालकाय महामृत्युंजय यंत्र की स्थापना करने जा रहे हैं।
भारत को काल सर्प योग से मुक्त कराएगा 52 फीट का महामृत्युंजय यंत्र
(Mahamrityunjay Yantra)
mahakumbh 2025 : सरकार के कब्जे से मुक्त हो मंदिर ः महंत रवीन्द्र पुरी
स्वामी सहजानंद ने बताया कि महामृत्युंजय यंत्र (Mahamrityunjay Yantra) 52 फीट का होगा। यंत्र के परिमाप को परिभाषित करते हुए स्वामी सहजानंद ने बताया कि महा मृत्युंजय मंत्र में 52 अक्षर होते हैं। इसी के चलते यंत्र को भी 52 फीट लंबा, 52 फीट चौड़ा और 52 फीट ऊंचा बनाया जा रहा है। इसे 151 विद्वान पंडितों द्वारा आठ लाख महामृत्युंजय मंत्रों के जाप से अभिमंत्रित किया जाएगा। यह यंत्र न केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र होगा, बल्कि पूरे क्षेत्र में सकारात्मकता का संचार करेगा। स्वामी सहजानंद के अनुसार भारत की कुंडली में काल सर्प योग है। यह विशालकाय महामृत्युंजय यंत्र इस काल सर्प दोष को शांत करेगा।

थ्री डी में दिखेगा महामृत्युंजय यंत्र (Mahamrityunjay Yantra)

अपनी भविष्यवाणियों से चमत्कृत करते रहे स्वामी सहजानंद (Swami Sahajanand)
महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी सहजानंद संन्यस्त होने से पूर्व ज्योतिष में पूरी तरह रचे बसे थे। उन्होने न सिर्फ गिरिजा प्रसाद कोइराला के प्रधानमंत्री बनने की सटीक भविष्यवाणी की वरन पोखरण 2 पर भी सटीक भविष्यवाणी की थी।
बमबम बाबा ने दिखाई अध्यात्म की राह
मूलतः हिसार के रहने वाले स्वामी सहजानंद का अध्यात्म में बचपन से ही मन रमता रहा है। भगवान का असली स्वरूप कैसा है व कैसे उनसे मिला जा सकता है, इसे लेकर वह लगातार जिज्ञासु रहे। युवावस्था में विवाह के बाद एक दिन वह अचानक घर से निकल गए और कोलकाता पहुंच गए। तब तक उनका विवाह हो चुका था। कोलकाता में स्वामी सहजानंद ने बमबम बाबा से मुलाकात की और उनसे अध्यात्म की दीक्षा लेकर तप करने वन में चले गए।
Mahakumbh 2025 : तीर्थराज प्रयाग के दरबार में मा अन्नपूर्णा का खुला भंडार
महामृत्युंजय मंत्र से लगी लगन, महामृत्युंजय चालीसा बनाया
स्वामी सहजानंद की भगवान भोलेनाथ को प्रसन्न करने वाले महामृत्युंजय मंत्र (Mahamrityunjay Mantra) से ऐसी लगन लगी जो अब तक नहीं छूटी। स्वामी सहजानंद ने महामृत्युंजय चालीसा बनाई। इससे अलग अलग समय में बॉलीवुड के अलग अलग गायकों जिसमें अनुराधा पौडवाल आदि शामिल हैं, ने अपना स्वर दिया।
35 वर्षों का संकल्प होगा पूरा, महाकुंभ 2025 में बनेगा प्रमुख आकर्षण
स्वामी सहजानंद सरस्वती का कहना था कि महाकुंभ 2025 एक दुर्लभ संयोग लेकर आ रहा है। यह 144 वर्ष बाद होने वाला पूर्ण कुंभ है। इस कुंभ में महामृत्युंजय यंत्र स्थापित करने की उनकी तीव्र इच्छा थी। पिछले 35 वर्षों से इस इच्छा को साकार करने के प्रयास में लगा था, जो अब पूरा होने जा रहा है। महाकुंभ में महामृत्युंजय यंत्र श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। यहां नियमित रूप से रुद्राभिषेक और अतिरुद्र यज्ञ आयोजित किए जाएंगे, जिससे आध्यात्मिक वातावरण और अधिक प्रभावशाली बनेगा. यहां रोजाना हवन यज्ञ व पूजन होगा। पूजन की समाप्ति महाशिवरात्रि पर होगी।

पांच धातुओं से तैयार किया जा रहा यंत्र, प्रयाग के बाद अनेक देशों में लगेगा
स्वामी सहजानंद ने बताया कि महामृत्युंजय यंत्र (Mahamrityunjay Yantra) पंच धातु के मेल से बनाया जा रहा है। इसमें सबसे ज्यादा मात्रा लोहे की रहेगी। इसके बाद 31.20 किलो पंच धातु का उपयोग किया जाएगा। प्रयागराज में इस यंत्र की स्थापना के बाद इसे भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों और विश्व के 132 देशों में स्थापित करने की योजना है. इस पहल का उद्देश्य आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश पूरी दुनिया में फैलाना है.
मनोज तिवारी, अनुराधा पौडवाल आदि के होंगे कार्यक्रम
स्वामी सहजानंद (Swami Sahajanand) ने बताया कि महाकुंभ के दौरान शिविर में मनोज तिवारी, अनुराधा पौडवाल आदि का आगमन होगा। उनके साथ ही शंकर साहनी, अनूप जलोटा आदि के भी कार्यक्रम आयोजित होंगे।