Mahakumbh 2025 : पौने पांच करोड़ ने मारी गंगा व संगम में डुबकी
तीर्थराज प्रयाग ने Mahakumbh 2025 में तोड़ा अपना ही पुराना रिकार्ड
तीर्थराज प्रयाग में मंगलवार को उमड़ी भीड़ सुबह ही यह बता दी थी कि आज महाराजाधिराज प्रयागराज नया रिकार्ड सृजित करने का तय कर चुके हैं। प्रयागराज की हर गली, सड़क, संगम की ओर जाने वाला हर मार्ग पूरी तरह खचाखच भरा हुआ था। संगम तट पर तिल रखने की जगह नहीं थी तो गंगा के दोनो तटों पर फैले मीलों लंबे घाट भी भरे हुए थे। शाम होते होते सूचना आ गई कि मकर संक्रांति 14 जनवरी 2025 को बना श्रद्धालुओं की संख्या का रिकॉर्ड टूट गया। पौने पांच करोड़ से अधिक श्रद्धालु रात तक गंगा, यमुना व अदृश्य सरस्वती के संगम व गंगा-यमुना के विभिन्न घाटों पर डुबकी लगा चुके थे। मौनी अमावस्या पर बुधवार को यह रिकार्ड एक बार फिर टूटेगा यह तय है.
मीलों पैदल चलने पर भी उमंग से भरे लोग
यह तीर्थराज प्रयाग की महिमा है कि यहां प्रयागराज के दरबार में पहुंच कर हाजिरी लगाने के लिए श्रद्धालु मीलों पैदल चलने को तैयार हैं। कोई दस किमी से पैदल चल कर आया तो कोई 15 किमी से। सड़़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा चलना पड़ा. अधिकांश के वाहन संगम से 15 से 20 किमी दूर पार्क करा दिए गए। बड़ी संख्या में लोग ऐसे भी थे जिन्हें संगम जाने के लिए गंगा के ही विभिन्न घाटों व पांटून पुल का चक्कर लगवा दिया गया। इन सबके बावजूद लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं थी। किसी भी तरीके से प्रयागराज के दरबार में पहुंच कर हाजिरी लगाने से यह प्रसन्न थे। अंबेडकरनगर से आरएसएस के स्वयंसेवकों का एक जत्था साइकिल से ही संगम क्षेत्र आ गया था। संगम मेें स्नान कर इस दल ने श्रद्धालुओं के बीच कपड़े के थैले वितरित किए और पालीथीन के प्रयोग से बचने की सलाह दी।
मौनी अमावस्या के स्नान के लिए मेला क्षेत्र में रुके लोग
पिछले तीन चार दिनों से प्रयाग पहुंचे अधिकांश लोग संगम में डुबकी लगाकर वापस नहीं गए वरन यह मेला क्षेत्र में ही रुके हुए हैं। मेला क्षेत्र इस समय पूरी तरह श्रद्धालुओं से लबालब हो गया है। कुछ दिन पूर्व तक वीरान नजर आ रहा सेक्टर 11, 12 भी आज पूरी तरह आबाद व भीड़भाड़ वाला नजर आया। मेेला क्षेत्र में रुके यह लोग बुधवार को मौनी अमावस्या का स्नान करके रवाना होंगे।
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दिल्ली से युवा बैंक कर्मियों का जत्था पहुंचा संगम
संगम क्षेत्र में पहुंचने वाले लोगों में हर उम्र के लोग शामिल रहे। महाकुंभ 2025 की खास बात यह रही कि इस बार स्नान करने वालों मे युवाओ की संख्या सर्वाधिक रही. दिल्ली से आए बैंक कर्मियों के एक जत्थे का कहना था कि अब युवाओं के लिए सनातन फर्स्ट हो चुका है।
फ्रांस के दंपति भी मेले में पहुंचे
महाकुंभ 2025 में बड़़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी हिस्सा ले रहे है. मंगलवार को गंगा के घाट पर फ्रांस से आए फिलिप व सबरीना से मुलाकात हो गई। दोनो भारत घूमने आए हैं। इसी क्रम में प्रयाग भी आ गए। महाकुंभ को देकर दोनो का कहना था कि भारत अद्भुत है।