Mahakumbh 2025 : फिर सनातन राष्ट्र बनने को अकुलाता नेपाल
नेपाल के पहले महामंडलेश्वर ने Mahakumbh 2025 में भारत व भारतीय संतों से मांगी मदद
कभी परतंत्र नहीं रहा इकलौता हिन्दू राष्ट्र Nepal
Nepal में मदरसों व चर्च की संख्या में 400 प्रतिशत की वृद्धि
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अटका विकास, खुल कर हो रही बंदरबाट
मठों मंदिरों पर किए जा रहे कब्जे
महंत आत्मानंद गिरि (Mahant atmanand giri) के अनुसार नेपाल में सत्तारूढ़ पार्टियां मठों-मंदिरों पर कब्जे कर रही हैं। सभी बड़े मंदिरों के प्रबंधन में गैर सनातनियों की नियुक्ति की जा रही है। इसका जबर्दस्त विरोध किया जा रहा है। पशुपति मंदिर, दामोदर कुंड, जानकी मंदिर आदि सभी संस्थाओं में राजनीतिक दल अपने प्रतिनिधियों को एमडी व अन्य पदों पर रख कर मंदिर प्रबंधन में हस्तक्षेप कऱ रहे हैं।
गोधन की हत्या के बाद फूटा था आक्रोश
Mahakumbh 2025 : भारत का “बड़ा भाई” वाला रुख नेपाल में बढ़ा रहा अलगाव
फूट डालो राज करो की तर्ज पर काम कर रहे माओवादी
Mahakumbh 2025 : योगी जी माफ कीजिए, कल्पवासियों पर भी निगाह कीजिए
भारत और भारतीय संत नेपाल के सनातनियों का करें समर्थन
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कभी नेपाल की करेंसी नोट पर लिखा रहता था श्री श्री गोरखनाथ हमारी रक्षा करें
गोरखनाथ बाबा की तपोस्थली नेपाल का गोरखा जिला रहा। वहां से महात्मा आए व गोरखपुर में बसे। नेपाल के देवघाट से आए महंत आत्मानंद गिरि (Mahant atmanand giri) के अनुसार सही शब्द गोरक्षक है। गोरक्षक से अपभ्रंश होकर गोरखा बना। नेपाल के राजा प्रताप नारायण साहा गोरखा जिले से ही थी। उन्होंने गोरखा से काठमांडु जाकर तत्कालीन सभी 27 राजाओं को एक कर अखंड नेपाल की स्थापना की। उस समय नेपाल की करेंसी में श्री श्री गोरखनाथ हमारी रक्षा करें, ऐसा लिखा होता था। अब इसे हटा दिया गया है।